फोड़े फुंसियों के लिए प्राकृतिक उपचार


फोड़े फुंसियों की समस्‍या


फोड़े-फुंसियों जैसी त्‍वचा की समस्‍याओं का प्रमुख कारण रक्त का दूषित होना है। जब शरीर का रक्त द‍ूषित हो जाता है तो कुछ समय के बाद उसका प्रभाव बाहर त्वचा पर फोड़े- फुंसियां के रूप में नजर आने लगता है। कुछ घरेलू उपायों द्धारा बिना किसी साइड इफेक्‍ट के इसे दूर किया जा सकता है।


तुलसी
तुलसी अपने एंटीसेप्टिक गुणों के कारण त्‍वचा की किसी भी समस्‍या को दूर करने में फायदेमंद होती है। फोड़े-फुंसियां होने पर सुबह खाली पेट चार-पांच तुलसी की पत्तो को चूसने से स्थाई लाभ मिलता है।


मूली
फोड़े-फुंसी की समस्‍या होने पर मूली के बीज बहुत फायदेमंद होते है। इसके लिए फोड़े-फुंसी, दाद या खुजली वाले स्थान पर मूली के बीज पानी में पीस कर गर्म करके लगाने से तत्काल लाभ होता है।

नीम
नीम की पत्तियों को पीस कर फोड़े-फुंसी वाले स्थान पर लगाने और पानी के साथ पीने से बहुत शीघ्र लाभ होता है। इसके अलावा नीम की पत्ते, छाल और निंबौली को बराबर मात्रा में पीसकर बने लेप को दिन में तीन बार लगाने से फोड़े फुंसियां और घाव जल्‍दी ठीक हो जाते हैं।


टी ट्री आयल
टी ट्री आयल में एंटी-माइक्रोबिल और एंटी-बैक्टीरिल गुण पाया जाते है। ये न​ सिर्फ त्वचा के संक्रमण से राहत दिलाता है, बल्कि फोड़े-फुसियों के होने की संभावना को भी खत्म करता है। आप रूई को इस तेल में भिगाकर फोड़े पर लगा सकते हैं।

हल्‍दी
हल्‍दी में एंटी-इंफ्लेमेंटरी गुण होते है। हल्‍दी रक्त को साफ करती है। फोड़े और फुसियों के होने पर हल्‍दी और अदरक का पेस्‍ट बना कर लगाने से फायदा होता है। इसके अलावा गर्म दूध के साथ हल्दी मिलाकर पीने से भी समस्‍या दूर हो जाती है।


प्‍याज
प्याज में एंटीसेप्टिक गुणों के कारण यह फोड़े का एक बेहतरीन उपचार है। फोड़े और फुसियों की समस्‍या होने पर प्याज का एक टुकड़ा लेकर उसे फोड़े पर रखकर कपड़े से ढंक दें। इससे पैदा होने वाली गर्मी से फोड़ा ठीक हो जाएगा।


अनार
आनर का उपयोग भी त्‍वचा की समस्‍याओं के लिए लाभकारी होता है। अनार की सूखी छाल को पीसकर उसका चूर्ण बनाकर उसमें ताजे नींबू का रस मिलाकर फोडें और फुंसियों पर लगाने से लाभ मिलता है।


अलसी
अलसी खाने में बहुत फायदेमंद होती है, यह तो हम सभी जानते हैं। लेकिन क्‍या आप यह बात जानते हैं कि यह फोड़े और फुसियों को दूर करने में भी आपकी मदद कर सकती है। फोड़े और फुसियों की समस्‍या होने पर एक चौ‍थाई अलसी के बीजों को बराबर मात्रा में सरसों के साथ पीसकर गर्म करके लेप बनाकर लगाने से फायदा होगा।


शंखपुष्‍पी
शंखपुष्‍पी, पीना और लगाना दोनों ही तरह से फायदा करता है। 50 ग्राम नीम के फूलों को पीसकर एक गिलास पानी में शहद के साथ मिलाकर पीने से खून साफ होता है। जिससे फोड़े-फुंसियों की शिकायत नहीं होती। इसके अलावा इसके फूलों को पानी के साथ पीसकर लेप करने से दाद और फोड़े और फुंसियों ठीक हो जाते हैं।

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